For PDF Of Video lecture CLICK HERE To watch this video on YouTube click here Lecture #1 • वर्ण • वर्णों के भेद वर्णों का उच्चारण स्थान वर्ण वह मूल ध्वनि जिसके खंड न किए जा सके वर्ण कहलाता है । उदाहरण -अ , इ, ग् , ज् । यदि घर उदाहरण लेते हैं तो घर में भी घ और र ध्वनि सुनाई देती है यदि सावधानी से सुना जाए या विचार किया जाए तो घ में भी दो वर्ण घ् और अ सम्मिलित हैं । इसी प्रकार से र में र् और अ सम्मिलित हैं । इन घ् र् ध्वनियों का खंड नहीं कर सकते हैं अतः यह सभी मूल ध्वनि हैं । यही वर्ण कहलाते हैं । वर्ण ही अक्षर कहलाते हैं अक्षर का मतलब होता है जो क्षर न हो अर्थात जिनका विनाश ना हो । वर्णमाला वर्णों के क्रमबद्ध समूह को वर्णमाला कहते हैं हिंदी वर्णमाला में कुल 49 वर्ण है वर्णों के भेद :- वर्णों के दो भेद होते हैं स्वर और व्यंजन स्वर वर्ण :- स्वर उन वर्णों को कहते हैं जिन का उच...
For PDF Of Video lecture CLICK HERE To watch this video on YouTube click here Lecture #7 अव्यय अव्यय के भेद हिंदी व्याकरण अध्याय 7 अव्यय परिभाषा -जिस शब्द रूप में किसी कारण भी कोई विकार नहीं पैदा होता उसे अव्यय कहते हैं ; जैसे - अभी , जब , तब आदि । अव्यय के भेद-अव्यय के चार भेद हैं १. क्रियाविशेषण , २. सम्बन्धबोधक , ३. समुच्चयबोधक और ४ . विस्मयादिबोधक । 1. क्रिया विशेषण परिभाषा -जिस अव्यय से क्रिया की कोई विशेषता जानी जाती है , उसे क्रियाविशेषण ' कहते हैं । यहाँ , वहाँ , धीरे , जल्दी , अभी , बहुत आदि शब्द क्रियाविशेषण हैं । राम वहाँ जा रहा है । इस वाक्य में ' वहाँ शब्द क्रिया विशेषण है , क्योंकि यह ' जाना ' क्रिया की स्थान-सम्बन्धी विशेषता बतलाता है । ' वह आज पढ़ने गया है तथा ' उससे बाजार में अचानक भेंट हो गयी '- इन वाक्यों में ...
For PDF Of Video lecture CLICK HERE To watch this video on YouTube click here Lecture #8 • सन्धि • सन्धि के भेद हिंदी व्याकरण अध्याय 8 सन्धि परिभाषा - दो अक्षरों के आपस में मिलने से उनके आकार और ध्वनि में जब विकार पैदा होता है , उसे सन्धि कहते हैं । संधि और संयोग में अंतर है । स्वरों से रहित व्यंजन आपस में मिलें , तो वह संयोग कहलाता है दूध शब्द में चार वर्ण हैं द, ऊ, धु , अ। इन चारों का संयोग होने पर ' दूध ' शब्द बना है । यहाँ इन वर्णों के संयोग से इनमें कोई अन्तर नहीं आया है । सन्धि में अक्षर बदल जाते हैं , उनके उच्चारण में अन्तर पड ़ जाता है । जगत् ' और ' नाथ ' शब्द की संधि करने पर ‘ जगन्नाथ ' शब्द बनता है । यहाँ 1. ' जगत् ' शब्द के ' त् ' का ...
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